एक भिखारी को देख सज्जन व्यक्ति हुवा हैरान, मोदी जी ने देशवासियू को दिया संदेश

कल शाम मैं ऑफिस से घर जा रहा था। रास्ते में मोड़ पर एक वृद्ध भिखारी ने आवाज़ दी। सवेरे से भूखा हूँ बेटा, कुछ दया करो। मेरा दिल भर आया और मैंने अपने नास्ते के लिए रक्खा चिप्स का पैकेट बैग से निकालकर उस वृद्ध भिखारी को दे दिया और आगे बढ़ने लगा। तभी भिखारी ने मुझे आवाज दी। वैसे तो मुझे जल्दी थी पर उसके आवाज देने पर मैं रुक गया और पलटकर उसके पास आया। वृद्ध भिखारी ने मुझे स्नेह से देखा और अंदर की चोर पाकेट से 140/-रुपये निकालकर मेरी हथेली पर धर दिए। मैं हकबका कर बोला: बाबा ये क्या! वृद्ध भिखारी ने ममतापूर्ण स्वर में कहा: बेटा! तुमने इतने प्यार से मुझे नमकीन का पैकेट दिया तो मेरा भी मूड बन गया। बस सामने की वाइन शॉप से एक क्वार्टर ला दो। भगवान् तुम्हारा भला करेंगे। .

अवसर का लाभ उठाईये जरूर पढ़ें कल नरेन्द्र मोदीजी ने अपने देश के बड़े व्यवसायिओं की मीटिंग की जिसका उद्देश्य चीन की विगड़ती अर्थव्यवस्था का लाभ कैसे उठाया जाये आज चीन को आर्थिक मंदी का खतरा है। इसलिए चीन ने 30% से अपनी मुद्रा को devaluated कर दियाहै। वैश्विक अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, चीन को अपने घरेलू उद्योगों द्वारा उत्पादों की कीमतों को कम करके आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ेगा। इसलिए चीनी उत्पाद भारतीय और अन्य बाजारों में बहुत सस्ती दर में उपलब्ध हो जाएेंगे। लेकिन यह है कि हम क्या कर सकते हैं, जो चीन की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर सकें भारत दुनिया भर में चीन के लिए सबसे बड़ा बाजार है। चीन भारतीय बाजार से प्रतिवर्ष भारतीय रुपए के 6.2 लाख करोड़ रुपये का buiesness करता है। हम जानते हैं, चीन भारत के साथ युद्ध रुख में है इसके अलावा चीन एक उप-महाद्वीपीय नेता बनाने के लिए भारत का मुकाबला करने के लिए परोक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है। इसलिए इस, चीन की अर्थव्यवस्था को कुचलने के लिए यह सबसे उपयुक्त समय है, इसलिए हम सबको आगामी तीन महीने के लिए किसी भी चीनी उत्पाद को नहीं खरीदना चाहिये यह प्रत्येक भारतीय सेअनुरोध कर रहा हूँ। सभी भारतीय व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं से भी निवेदन है कि चाहे कितना ही लाभ हो रहा हो लेकिन आगामी तीन महिने देश के सैनिकों की लाज रखलें यह वही चीन है जिसने 1962 के धोखे से किये गये आक्रमण मे डेढ़ लाख वर्ग किलोमीटर भारत भूमि को हथिया लिया था और हमारे सत्तर हजार सैनिकों को मार डाला था चीन हमारे ही पैसों से विशाल अस्त्र-शस्त्र बना रहा है जिनका उपयोग वह हमारे पूर्वोत्तर के राज्यों को हमसे छीनने मे करेगा अतः सावधान सचेत होकर निर्णय लें चीन जैसे शक्तिशाली दुश्मन के खिलाफ मुकाबला करने के लिए प्रत्येक मौके का लाभ उठाना चाहिए यह मौका भविष्य की कई पीढ़ियों के लिए उपयोगी हो जाएगा। भारत गणराज्य के जिम्मेदार नागरिक के रूप में, मैं आपको यह संदेश वायरल बनाने के लिए अनुरोध कर रहा हूँ। अपने फोन की किताब से एक भी संपर्क न चूकें। यही १९६२ के युद्ध मे शहीद हुये हमारे वीर सैनिकों के लिये सच्ची श्रद्धांजली होगी [वन्दे मातरम्] || जय भारत ||.

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